OBESITY
मोटापा
मोटापा
यदि व्यक्ति के शरीर में कैलोरी कम नहीं होती है, तो मोटापा अपने आप बढ़ने लगता है। शरीर में सही तरीके से न्यूट्रेन नहीं मिलता तो भी मोटापा होने लगता है। अधिक मोटापे होने पर व्यक्ति की कार्य छमता धीमी हो जाती है। व्यक्ति के अधिक तनाव में होने से भी मोटापा होने लगता है। शरीर के लिए अधिक मोटापा अच्छा नहीं होता है।
आजकल लोगो में मोटापे की समस्या बहुत हो रही है। लोग अपने कामो में सारा दिन व्यस्त रहते है और जो समय मिलता है उसमे मोबाइल और टीवी देखने में निकाल देते है। जिसके कारण शरीर का व्ययाम नहीं हो पाता है व कैलोरी कम नहीं होती और मोटापा बढ़ने लगता है। यह मोटापा धीरे धीरे हमारी दिनचर्या को ख़राब करने लगता है। आजकल छोटे बच्चों में भी मोटापा बहुत देखा जा रहा है। मोटापा बढ़ने के कारण नयी-नयी बीमारी शरीर में प्रवेश करने लगता है।
मोटापा का कारण कुछ लोगो में जेनेटिक अनुवांशिक होता है। उदाहरण – अगर माता-पिता मोटे है तो उनका बच्चा भी मोटा रहता है।
महिलाओं के गर्भावस्था समय में बहुत हार्मोन्स का बदलाव होता है जिसके कारण मोटापा बढ़ता है।
महिलाओं में मासिक-धर्म बंद हमेशा के लिए बंद हो जाते है तो इसके कारण मोटापा बढ़ने लगता है।
सही पोषक आहार ना लेने के कारण भी मोटापा होने लगता है।
अधिक तैलीय पदार्थ व फास्टफूड खाने के कारण मोटापा होने लगता है।
अधिक धूम्रपान करने के कारण मोटापा शुरू हो जाता है।
जोड़ो में दर्द होना।
ठीक से नींद पूरी नहीं होना।
हाई ब्लड प्रेशर होना।
मधुमेह विकार होना।
दिनचर्या के कार्यो में समस्या आना।
गठिया की समस्या होना।
थकावट होना।
थायराइड की समस्या होना।
मोटापे से बचने के लिए अधिक मीठी और ठंडी चीजों का सेवन ना करे। जैसे आइसक्रीम, कोल्डड्रिक, चीनी से बनी हुई चीजों को ना खाये, चीनी के जगह पर शहद का इस्तेमाल करे और फ़ास्ट-फ़ूड Fast-Food खाने से बचे जिससे मोटापा नहीं बढ़ेगा।
शरीर के संतुलन को बनाये रखने के लिए भोजन कम खाये अर्थ पौष्टिक आहार ले जिससे शरीर में प्रोटीन मिलेगा व वसा नहीं बढ़ेगा और मोटापा की समस्या नहीं होगी।
रोज सुबह शाम व्यायाम योगा करे जिससे मोटापा नहीं बढ़ेगा।
रोज आठ से सात घंटा नींद लेना चाहिए क्योकि उचित नींद लेने से शरीर की चर्बी कम होती है। मोटापा नहीं होता है।